नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा यहां हेराल्ड हाउस को सील किए जाने के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को अपने सभी सांसदों की बैठक बुलाई है, ताकि भविष्य की कार्रवाई पर विचार किया जा सके। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, जो कर्नाटक में थे, बुधवार देर रात दिल्ली लौट आए। बैठक में वह भी भाग लेंगे। पार्टी ने कहा है कि अनुमति न मिलने के बावजूद वह शुक्रवार को महंगाई और जीएसटी के मुद्दे पर अपने निर्धारित विरोध प्रदर्शन को आगे बढ़ाएगी।
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ सरकार पर पार्टी नेताओं के साथ ‘आतंकवादी’ के रूप में व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “पूरा देश देख रहा है कि भारत के सबसे पुराने राजनीतिक दल के नेतृत्व के खिलाफ एक जांच एजेंसी को बिना सोचे-समझे तैनात किया गया है। आप (भाजपा) इस पार्टी, इसके नेताओं और संस्थानों को आतंकवादी मान रहे हैं।” नेशनल हेराल्ड मामले में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी से पूछताछ के कुछ दिनों बाद ईडी ने यहां हेराल्ड हाउस स्थित यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय को सील कर दिया। सिंघवी ने कहा, “कांग्रेस पार्टी की डिक्शनरी में ‘डर’ शब्द नहीं है।”
राहुल गांधी बोले-
नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की जांच का सामना कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह मोदी सरकार से नहीं डरते। राहुल ने यहां अपने घर के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, “हम भागेंगे नहीं, न ही हम नरेंद्र मोदी से डरते हैं। उन्हें वह करने दें जो वह चाहते हैं।” उन्होंने कहा, “उन्हें लगता है कि वे हम पर दबाव बनाकर हमारी आवाज को चुप करा सकते हैं। लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है। मोदी जी और अमित शाह जी जो कुछ भी कर रहे हैं, वह लोकतंत्र के खिलाफ है।” राहुल गांधी गुरुवार को संसद में कांग्रेस सांसदों की बैठक में शामिल नहीं हुए।