पलकों से बिखरे मोती…

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माँगने का हक़ है तुमसे, इसीलिये माँग रही हूँ, अपनी मोहब्बत के वादे निभाने की आरज़ू कर रही हूँ, तुम्हारे बिना बेचैन हूँ यह एहसास करने की माँग कर रही हूँ, मेरे अश्रुओं को तुम ही थाम सकते हो इसलिये आकर इन्हें पोंछने की आरज़ू […]

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