0 1 min 3 yrs
Spread the love

नईदिल्ली। नजफगढ़ अजय पार्क में रात आठ बजे के करीब हुई गोलियों की तड़तड़ाहट भरी गुंज से समस्त इलाका दहल उठा। मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में खून से लथपथ (35) वर्षीय अमित को पास के स्वास्तिक अस्पताल में पहुँचाया,जहां डॉक्टरों ने तेरह (13) गोली लगने की पुष्टि करते हुए,उसे मृत घोषित कर दिया था। दिचाँऊ गाँव का मृतक अमित शौकीन आई-10 गाडी चला रहा था वह जैसे ही जनरल स्टोर वाली गली में पहुंचा तो सामने सफेद रंग की वर्ना कार में बैठे दो अज्ञात बदमाशों ने आई-10 कार को रोकते हुए अपनी गाड़ी से बाहर निकल कर अमित शौकीन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अपने ऊपर हो रहे हमले से बचने के लिए अमित ने अपनी कार को पलटने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद वह बदमाशों की गोलियों की बौछार का सीधा निशाना बन गया। इस तरह तीनों अज्ञात बदमाश अमित की मौत होने की तसल्ली करने के बाद ताबड़तोड़ गोलिया बरसाते हुए मौके वारदात से फरार हो गए। यू/एस 302/34 हत्या व 25/27 आर्म्स-एक्ट तहत मामला दर्ज कर द्वारका उपायुक्त संतोष कुमार मीणा की कमांड में द्वारका एसीपी सुनील कुमार के दिशा निर्देशानुसार स्पेशल टास्क-फोर्स प्रभारी पवन तोमर की अगुवाई में एसआई विवेक मण्डोला,एएस आई धर्मेंद्र,राकेश कांस्टेबल शिभू अनिल व आजाद की टीम को विशेष तौर पर फरार हत्यारो की धरपकड के लिए लगाया गया। टीम ने घटनास्थल व आसपास के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगालने दौरान वारदात में इस्तेमाल की गई वर्ना कार ककरोला डेयरी निवासी दीपक उर्फ राहुल के नाम पर नामजद पाई गई है। पुलिस को ककरोला डेयरी के कृष्ण का मृतक अमित के साथ बाबा हरिदास नगर में संपति विवाद को लेकर आपसी रंजिश के बारे में पता चला। तब से पुलिस सभी आरोपी हत्यारो को पकडने के लिए रातभर सूत्रों के मुताबिक उनके छिपने के ठिकानो पर लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम दौरान स्पेशल टास्क-फोर्स एएसआई रंधावा को अगले दिन शाम साढे सात बजे के करीब मिली गुप्त सूचना जिसमें द्वारका के साथ सटे धूलसिरस गांव में अमित हत्याकांड के दोषी दीपक उर्फ राहुल के आने की जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर पवन तोमर ने सूचना के आधार पर टीम सहित बिना समय गवाए तत्परता दिखाते हुए फिरनी रोड,गाँव धूलसिरस के पास जाल बिछाया तभी पौने आठ बजे के करीब निर्मल धाम की ओर से धूलसिरस गाँव की तरफ पैदल एक शख्स को आते देखा गया। सूचना धारक के इशारा करते ही एएसआई रंधावा व कांस्टेबल आजाद ने आगे बढकर जैसे ही उसे रुकने का इशारा किया,पुलिस की भनक लगते ही पैदल शख्स मौके से फरार होने की नाकाम कोशिश करने लगा,लेकिन पहले से जाल बिछाए बैठे पुलिस के कांसटेबल शिभु व आजाद ने घेराव कर उसे दबोच लिया। मौके पर ली गई तलाशी दौरान हत्या वारदात में इस्तेमाल सोफिस्टिकेटेड पिस्तौल व दो जिंदा कारतूस बरामद होते ही आरोपित हत्यारे को पुलिस हिरासत में ले लिया गया। द्वारका उपायुक्त संतोष कुमार मीणा अनुसार पकड़ा गया अभियुक्त दीपक उर्फ राहुल उम्र (23) ककरोला निवासी ने अपना गुनाह कबूलते हुए पुलिस को बताया, मृतक अमित शौकीन ने उसके पिता को जनवरी 2021 में बाबा हरिदास नगर संपत्ति को लेकर हत्या-प्रयास के झूठे मामले में फंसाकर जेल पहुंचाया था। बढती दुश्मनी के चलते मुजरिम अनुसार अब अमित दोबारा से आरोपित को झूठे केस में फंसाने की धमकी दे रहा था, इसलिए आरोपी दीपक, उसके भाई कृष्ण और दर्शन डबास तीनो ने अमित शौकीन को जान से मारने की साजिश रचते हुए जनरल स्टोर वाली गली में जाल बिछाकर दीपक व दर्शन डबास ने अपनी वर्ना कार से पहले मृतक अमित शौकीन की आई-10 कार को रोका। उसके बाद मोटरसाइकिल पर वहा पहुचे कृष्ण सभी ने एकसाथ मिलकर अमित शौकीन पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी अमित को मौत के घाट उतारने उपरांत उसकी मौत की तसल्ली होने के बाद तीनों आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस धरपकड होने के समय आरोपी दीपक वारदात में इस्तेमाल पिस्तौल को धूलसिरस गांव में रखने के लिए आया था, लेकिन स्पेशल टास्क फोर्स की चौकस निगरानी के चलते पकड़ा गया। पुलिस पकड़े गए आरोपित से आगे की गहन-तफ़तीश के जरिए फरार चल रहे आरोपितो पर धरपकड़ करने की फिराक में कई जगह छापेमारी कर रही है। इस तरह द्वारका स्पेशल टास्क फोर्स ने सजग व सतर्कता तहत शिद्दत से की गई कार्यशैली को अंजाम देते हुए अमित शौकीन हत्याकांड के मुख्य दोषी को चौबीस घंटे के भीतर अपनी गिरफ्त में लिया। अब देखना यह है, पुलिस फरार चल रहे दोनों हत्यारों पर कितनी जल्दी अपनी धरपकड़ बनाने में कामयाब हो पाती है। पुलिस ने दोनों हत्यारो के जल्दी पकड़े जाने के आसार जताए हैं।

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *