चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में एक बार फिर से बवाल शुरू हो गया है। इस बार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच नहीं बल्कि सिद्धू और उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के बीच है। दरअसल सिद्धू लगातार गृह मंत्रालय के कामकाज को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर PM ने जताया दु:ख, जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 2 लाख व घायलों को 50 हजार का मुआवजा देने का ऐलान
इसी पर आज सुखजिंदर रंधावा भड़क गए। उन्होंने कहा कि जब से मैं गृह मंत्री बना हूं तब से नवजोत सिंह सिद्धू मुझसे नाराज चल रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि यदि सिद्धू चाहे तो मैं पल भर में अपना गृह मंत्रालय उनके पैरों में फेंक सकता हूं। दरअसल, पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ केस दर्ज होने के बावजूद अपनी ही पार्टी की सरकार पर सिद्धू लगातार सवाल उठा रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: मुसलमानों के बाद अब ईसाई हिंदुत्व ब्रिगेड के नए ‘टारगेट’ हैं: चिदम्बरम
इसी को लेकर रंधावा ने कहा कि सिद्धू जो बोल रहे हैं वह गलत है। उन्होंने कहा कि पिछले साढे 4 साल से उन पर कोई केस नहीं हो रहा था। लेकिन जैसे ही गृह विभाग मेरे पास आया हमने कोर्ट में एसटीएफ की रिपोर्ट खुलवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमने एसटीएफ की रिपोर्ट के आधार पर ही एफआईआर दर्ज की है। सिद्धू जो कुछ भी बोल रहे हैं वह बिल्कुल गलत है। मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर सिद्धू के सवाल पर रंधावा ने कहा कि पुलिस की टीमें लगातार बिक्रम मजीठिया की तलाशी कर रही है और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी कर दिया गया है।
इसे भी पढ़ें: जिनके यहां 200 करोड़ रुपए मिल रहे हैं वो पूर्व की सरकार में जनता से लूटा हुआ धन है: CM योगी
कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए रंधावा ने कहा कि मजीठिया को किसी भी तरह की सरकारी सुरक्षा नहीं मिली हुई है। यह कहना बिल्कुल गलत है कि पुलिस को पता है कि मजीठिया कहां है। आपको बता दें कि मजीठिया की गिरफ्तारी को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू लगातार अपनी ही सरकार पर सवाल उठाते रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: जांच एजेंसियों के छापे से क्यों बौखलाएं हुए हैं अखिलेश: निर्मला सीतारमण
रंधावा ने जवाब में कहा है कि मेरी जानकारी के अनुसार बिक्रम सिंह मजीठिया पंजाब में नहीं है। ये वीडियो और तस्वीरें (उन्हें स्वर्ण मंदिर में दिखाते हुए) फर्जी हैं। अगर वह पंजाब में कहीं भी देखा जाता है, तो वह कुछ ही मिनटों में जेल में बंद हो जाएगा।