नईदिल्ली। पश्चिम जिला-उपायुक्त उर्विजा गोयल की कमांड में इलाके के नशा तस्करो पर धरपकड़ के लिए पश्चिम ऑप्रेशन एसीपी सुदेश रंगा के दिशा-निर्देशन में एएटीएस प्रभारी इंस्पेक्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में एसआई ईश्वर सिंह मजीत सिंह, मांगेराम, विजेंद्र सिंह हेड कांस्टेबल सत्येंद्र, कांस्टेबल राहुल व प्रवीण की टीम सादे कपड़ों में लगातार इलाके में गशत के दौरान अपने सूचना-तंत्र माध्यमों व स्थानीय खुफिया जानकारी जुटाते हुए अवैध नशा तस्करों पर निरंतर धरपकड़ करती आ रही है इसी क्रम दौरान टीम को मिली गुप्त सूचना अनुसार एक नशा तस्कर के पंजाबी बाग मादीपुर, बाबा रामदेव मार्ग पर आने की सूचना मिली। आला अधिकारियों से जानकारी को साझा करके टीम ने तत्परता दिखाते हुए भारती विद्यापीठ इंजीनियरिंग कॉलेज के पास जाल बिछाया तभी कुछ देर बाद मादीपुर मेट्रो स्टेशन की तरफ से एक संदिग्ध को भारती विद्यापीठ इंजीनियरिंग कॉलेज की तरफ आते देखा गया। वह कुछ दूरी पर खड़ा होकर किसी का इंतजार करने लगा, काफी देर तक जब कोई नहीं आया और वह आगे की तरफ जाने लगा तभी सूचना धारक के इशारा करते ही टीम ने घेराव कर आरोपी नशा तस्कर को दबोच लिया। मौके पर ली गई तलाशी दौरान उससे एक प्लास्टिक के पाउच में सवा सताईस ग्राम उम्दा किस्म की हेरोइन बरामद होते आरोपी अवैध नशा तस्कर को पुलिस हिरासत में ले लिया गया। पश्चिम डीसीपी उर्विजा गोयल अनुसार पकड़े गए अभियुक्त की पहचान शशि पाल (40) बुध विहार फेज-टू से है। यह मूल रूप से यूपी के अहमदगढ़ का निवासी है डीसीपी अनुसार पुलिस द्वारा पकड़ी गई उम्दा किस्म की हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लाखों की है। पुलिस की कड़ी पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूलते हुए बताया वह कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में अवैध नशा तस्करी के धंधे में लिप्त हो गया था। वह हेरोइन की सप्लाई दिल्ली के विभिन्न इलाकों में करता आ रहा था। आज वह हेरोइन (नशे) की सप्लाई के लिए यहा आया था, लेकिन एएटीएस की चौकस निगरानी के चलते पकड़ा गया। पुलिस एनडीपीएस एक्ट तहत मामला दर्ज कर आरोपी के तार आगे कहां तक जुड़े हैं, गहन तफ्तीश के जरिए पता लगाकर (घातीय-जहरनुमा) नशा तस्करी के जुड़े मुख्य सरगनाओं तक धरपकड़ बनाने की फिराक में जुटी है।