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शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (आईजीएमसीएच) में कृत्रिम अंग मुहैया कराना शुरू करेगी, जिसके लिए डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह बात जयपुर फुट (कृत्रिम अंग) बनाने के लिए दुनिया भर में विख्यात भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के सहयोग से राज्य सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर का उद्घाटन करते हुए कही।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना के कारण शारीरिक रूप से विकलांग (जिन्हें अब दिव्यांग कहा जाता है) लोगों को कृत्रिम अंग प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन में आशा की एक नई किरण लेकर आया है। ठाकुर ने कहा कि भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति की स्थापना डी. आर. मेहता ने विशेष रूप से विकलांग लोगों के कल्याण के लिए 1975 में की थी और तब से यह विकलांगों की सेवा में लगी हुई है और दुनिया में सबसे बड़े संगठन के रूप में उभरी है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के निषाद कुमार ने टोक्यो में 2020 पैरालिंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में रजत पदक जीता। उन्होंने उनके प्रयासों की प्रशंसा की। ठाकुर ने कहा कि राज्य ने गंभीर रूप से बीमार रोगी के परिवारों को 3,000 रुपये प्रति माह की वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सहारा योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 20,000 लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।

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