एटा। जिला प्रशासन द्वारा 16 वेंटीलेटर को एटा जिले से अन्य जिले भेजने के चलते मेधाव्रत शास्त्री काफी आहत हुए थे तथा कल उन्होंने एटा डीएम को सोशल मीडिया के माध्यम से धरने के प्रति अवगत करा दिया था। वहीं जनपद के भाजपा नेताओं सहीत सभी से यह भी आग्रह किया था कि जो वेन्टीलेटर जनपद एटा के लिए आये हैं उन्हें यहीं एटा की जनता के लिए रखा जाये। एटा को उनकी ज्यादा जरूरत है लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया और आज उसी के कारण घोषणानुसार कोविड-19 की सारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए मेधाव्रत शास्त्री धरने पर बैठे। उन्होंने बताया कि मैं ठीक 10 बजे एटा से छीने गये 16 वेंटिलेटर के विरोध में धरने पर बैठ गया हूँ। आप सब घर पर रहकर ही सोशल मीडिया के माध्यम से आज इतना धमाका करें कि बहरे प्रशासन और गूंगे राजनेता आपकी आवाज सुनने को विवश हो जाएं।
बता दें जिले में कोरोना वायरस केे मामले बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में प्रशासन फोटो सेशन और प्रेस नोट जारी करके अपनी जवाबदेही पूर्ण कर रहा है तो वहीं ऐसे हालतों में 16 वेंटीलेटर अलीगढ़ भेजे जाने का निर्णय कहां तक उचित है इसका जबाव जिला प्रशासन ही दे सकता है और अगर किसी तरह जनपद में हालात बिगड़ते हैं और अचानक से वेंटीलेटर की आवश्यकता पड़ती हैै तो प्रशासन वेंटीलेटर मंगा सकता है इसका उत्तरदायित्व प्रशासन पर है। फिलहाल 16 वेंटीलेटर अलीगढ़ भेजे जाने को लेकर लोगों द्वारा खासी नाराजगी जताई जा रही है। समाचार लिखे जाने तक मेधाव्रत शास्त्री धरने पर बैठे रहे।
(अमित माथुर)