नईदिल्ली। जिला द्वारका उपायुक्त संतोष कुमार मीना की कमांड में जिले के कुछ इलाकों में अवैध नशा तस्करों की धरपकड़ के लिए चलाए गए विशेष अभियान व स्वतंत्रता की वर्षगांठ की तैयारियों के मद्देनजर समस्त जिले की पुलिस द्वारा लगातार सख्त निगरानी जारी है। पुलिस को मोहन गार्डन इलाके में नशा सप्लाई होने की सूचना मिलते ही नजफगढ़ एसीपी जोगिंद्र सिंह जून के दिशा निर्देशन में थाना प्रभारी राजेश मौर्या के नेतृत्व में एसआई रामनिवास, एएसआई शम्मी कपूर, हेड कांस्टेबल जितेंद्र, कांस्टेबल राजेश, संदीप की टीम ने पोसवाल चौक के पास सुबह जाल बिछाया तभी दो युवकों की संदिग्ध गतिविधियों के चलते जैसे ही उन्हें चेकिंग के लिए रुकने का इशारा किया गया तो पुलिस की भनक लगते ही दोनों भागने की नाकाम कोशिश करने लगे। पहले से जाल बिछाए बैठी पुलिस ने घेराव का दोनों मुजरिमों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। मौके पर ली गई तलाशी दौरान दोनों युवकों से तीन सौ ग्राम व साढे तीन सौ ग्राम ग्राम हेरोइन बरामद होते ही दोनों नशा तस्करों को पुलिस हिरासत में ले लिया गया। द्वारका डीसीपी संतोष कुमार मीणा के अनुसार पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान गुरसेवक (27) इससे 300 ग्राम हेरोइन व दूसरा अमृतपाल (27) इसके पास से 350 सौ ग्राम हेरोइन दोनों से कुल 650 सौ ग्राम हेरोइन जब्त की गई। दोनों पंजाब से जिला तरनतारन के निवासी हैं। पुलिस कड़ी पूछताछ दौरान दोनों ने अपना गुनाह कबूलते हुए बताया कि वह शाही जिंदगी जीने के शौकीन थे और कम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए वह नशा तस्करी के धंधे में लिप्त हो गए थे और वह पंजाब से यहां नाइजीरियन सप्लायर के पास हेरोइन खरीद कर पंजाब लेकर जा रहे थे। लेकिन मोहन गार्डन पुलिस की मुस्तैदी के चलते पकड़े गए। इन अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने कई जगह छापेमारी करते हुए आखिर में दोनों मुजरिमों द्वारा विदेशी नाइजीरियन एनीगाइड फ्रैकलाइन की पहचान करते ही पुलिस ने (42) वर्षीय मूल रूप से नाइजीरिया के अनामारा निवासी को दबोचते हुए उम्दा किस्म की 472 ग्राम हेरोइन जब्त की पूछताछ दौरान आरोपी अपना पासपोर्ट और वीजा दिखाने में पूरी तरह नाकाम रहा। डीसीपी संतोष कुमार मीणा के मुताबिक मोहन गार्डन पुलिस ने कुल एक किलो 122 ग्राम उम्दा किस्म की हेरोइन जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग सात (7) करोड़ है। पुलिस ने तीनों नशा तस्करों के खिलाफ यू/एस 21 एनडीपीएस-अधिनियम तहत मामला दर्ज कर लिया है। पकड़े गए नाइजीरियन नशा-तस्कर जो द्वारका जिले में अवैध तरीके से रहते हुए काफी दिनों से अवैध नशा तस्करी का धंधा करता आ रहा था, उसके खिलाफ (14) विदेशी अधिनियम तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेजते हुए,आरोपी के तार आगे कहां तक जुड़े हैं, मुख्य नशा तस्करों की धरपकड़ के लिए आगे की गहन तफ्तीश जारी है। बता दें, राजधानी दिल्ली के अंदर अवैध तरीके से रह रहे अधिकतर संख्या में नाइजीरियन मूल के निवासीयो की दिल्ली पुलिस द्वारा निरंतर धरपकड़ जारी है। द्वारका डीसीपी ने बताया कि हमने अब तक अवैध रूप से रह रहे नाइजीरियन इनमें से ज्यादातर अवैध नशा तस्करी के धंधे में लिप्त पाए गए इसके अलावा ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में यह लोग साइबर क्राइम करते भी पकड़े गए हैं। जिसमे यह कई लोगो को लाखों करोड़ों का चूना लगा चुके हैं। डीसीपी के मुताबिक अवैध तरीके से रह रहे विदेशियों को जब तक उनके अपने देश वापस नहीं भेज देंगे तब तक निष्ठावान तरीके से काम करते हुए हमारी यह विशेष मुहिम निरंतर जारी रहेगी। इसके लिए हम पूरी तरह से वचनबद्ध है, क्योंकि आज के युवा नशे का शिकार होकर बेकार और बेरोजगार होते हुए क्राइम की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरा यह मानना है, क्राइम-ग्राफ दर पर रोक लगाने के लिए इस जहनुमा नशे से युवाओं को बचाना बेहद जरूरी लाजमी है। तभी समाज को हम एक सही दिशा की ओर लेकर जा सकते हैं। उन्होंने मोहन गार्डन पुलिस द्वारा सतर्क कार्यशैली दौरान पकडी गई उम्दा-किसम की 7 करोड़ की हेरोइन को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए अति सराहनीय योग्य बताया।