0 1 min 1 yr
Spread the love

नई दिल्ली। दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद के प्रोग्राम में मौलाना अरशद मदनी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रधान मोहन भागवत के बयान पर जवाब दिया। मौलाना मदनी ने कहा कि तुम्हारे पूर्वज हिंदू नहीं, मनु थे यानी आदम। मदनी ने कहा कि ओम और अल्लाह एक हैं। मदनी के इस बयान पर कई धर्मों के गुरुओं ने आपत्ति जताई और विरोध में मंच छोड़ दिया। जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद के प्रोग्राम में मदनी संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान का जवाब दे रहे थे, जिसमें भागवत ने कहा था कि हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक जैसे हैं। गौरतलब है कि जमीयत उलेमा-ए-हिंद के 34वें अधिवेशन का आज आखिरी दिन था, जिसमें देशभर के धर्मगुरु शामिल हुए थे।

ज्ञातव्य है कि इससे पहले शनिवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद के चीफ महमूद मदनी ने कहा था कि भाजपा और आरएसएस से हमारा कोई धार्मिक मतभेद नहीं है, बल्कि वैचारिक मतभेद हैं। भारत जितना मोदी और भागवत का है, उतना ही मदनी का भी है। जमीयत चीफ ने कहा- हम आरएसएस (RSS) और उसके सर संघ चालक को न्योता देते हैं। आइए, आपसी भेदभाद और दुश्मनी को भूलकर एक दूसरे को गले लगाएं और देश को दुनिया का सबसे शक्तिशाली मुल्क बनाएं। हमें सनातन धर्म से कोई शिकायत नहीं है, आपको भी इस्लाम से कोई शिकायत नहीं होनी चाहिए।

जैन गुरु ने विरोध किया, कई संत उठकर चले गए
मौलाना मदनी के बयान का जैन मुुनि लोकेश ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह अधिवेशन लोगों को जोडऩे के लिए हो रहा है। ऐसे में इस तरह का बयान कहां जायज है। मुनि लोकेश ने मंच पर यह बात कही। इसके बाद वे कार्यक्रम से उठकर चले गए। उनके बाद कई अन्य धर्मों के संतों ने भी कार्यक्रम छोड़ दिया।

प्राप्त समाचारों के अनुसार, मदनी ने कार्यक्रम में कहा कि पैगंबर का अपमान मुस्लिम मंजूर नहीं करेंगे। मोहम्मद साहब के खिलाफ बयान नहीं दिए जाने चाहिए। भारत में अभी शिक्षा का भगवाकरण किया जा रहा है और ये उचित नहीं है। दूसरे धर्मों की किताबें थोपी नहीं जानी चाहिए। ये संविधान के खिलाफ है।

About Post Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *