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नईदिल्ली। राजधानी दिल्ली मे 75वे स्वतंत्रता-वर्षगांठ पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर दक्षिण पश्चिम उपायुक्त इंगित प्रताप सिंह की कमांड में समस्त-जिले की पुलिस सख्त-चेकिंग व चौकस निगरानी बनाए हुए थी। इसी के चलते सफदरजंग-एनक्लेव एसीपी वी.के.पी.एस यादव के दिशा-निर्देशन में किशनगढ़ एसएसओ बिनोद सिंह के नेतृत्व में एसआई सुशील कुमार,हेड कांस्टेबल मिंटू,राजबीर व कांस्टेबल अजय अरूणा आसिफ रोड (सजय-वन) पर ड्यूटी पर तैनात थे। तभी उन्होंने बुलेट बाइक सवार एक संदिग्ध को चेकिंग के लिए रुकने का इशारा किया तो शख्स रूकने की बजाय बाइक की रफ्तार को बढ़ाते हुए मौके से भागने की नाकाम कोशिश करने लगा, तभी विजिलेंस स्टाफ ने बैरिकेड लगाकर उसे रोकते हुए मौके से दबोच लिया। पूछताछ दौरान नशे में पूरी तरह से धूत आरोपी शख्स ने अपने आप को सीबीआई इंस्पेक्टर बताकर गले में पहना हुआ अपना आईडी कार्ड दिखाया। पुलिस को गहन जांच दौरान वह कार्ड-फर्जी लगा। पुलिस कड़ी पूछताछ करने पर शुरुआत में काफी देर बरगलाने के बाद आरोपी द्वारा अपना जुर्म कबूलते ही उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया। डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया पकड़े गए अभियुक्त की पहचान राकेश कुमार यादव किशनगढ निवासी मूल रूप से वह (हरियाणा) झज्जर जिले के गांव खेरी का निवासी है। वह टैक्सी ट्रिप और किराए पर प्रॉपर्टी के लिए कमीशन-एजेंट के रूप में काम करता है। आरोपी ने खुलासा करते हुए बताया उसने इस फर्जी कार्ड को गूगल की मदद से कंप्यूटर के जरिए खुद बनाया है और वह इस फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल दिल्ली और बाहर पुलिस व अन्य चेकिंग स्टाफ द्वारा रोकने पर सीबीआई का रौब दिखाने के लिए इस्तेमाल करता था। आरोपी को सीबीआई और भारत सरकार का नकली लोगो लगाने के संगीन-अपराध के जुर्म में आईपीसी यू/एस 171/ 419/ 464/471 धारा तहत मामला दर्ज कर आरोपी को सलाखो के पिछे उसके सही ठिकाने पहुंचाया।

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